जनता NRC - घुसखोर मुक्त महाराष्ट्र अभियान
आज देश में घुसपैठियों की बढ़ती जन जनसंख्या सबसे बड़ी चुनौती है। इन्हें निकालने के लिए हमें ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके पहले चरन में हमने महाराष्ट्र चुना हैं। आंदोलन का नाम है Janata NRC.
NRC (National Register for Citizens)* - जो घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकालने का उपाय है। लेकिन इसे लाने की स्थिति में सरकार फिलहाल नहीं है।
NRC का जन प्रयास:
कानून जनता नहीं बना सकती, लेकिन NRC को जनता अपने स्तर पर लागू कर सकती है। और इसे रोकने का किसी के पास अधिकार नहीं है।
इस अभियान के तहत हम Janata NRC को निम्नलिखित स्तरों पर लागू करेंगे:
1. व्यक्तिगत स्तर:
जैसे घर, कंपनी, ऑफिस, फैक्ट्री में काम करने वालों की NRC लागू की जा सकती है।
2. गाँव और शहरी स्तर:
गाँवों के सरपंच, प्रधान, नगर पालिका अध्यक्ष, नगर सेवक अपने क्षेत्रों में NRC लागू कर सकते हैं। महाराष्ट्र के 70% हिस्से में बिना किसी विरोध के इसे लागू करना आसान होगा। शेष 15% विरोधी हिस्सों में हम इसे सक्रिय प्रयासों से लागू करेंगे।
अभियान की कार्य योजना:
यह अभियान चार मुख्य चरणों में होगा:
1. अपील:
हम घुसपैठियों को 10 दिनों के भीतर राज्य छोड़ने की अपील करेंगे। यह अपील राज्य और गाँव स्तर पर की जाएगी।
2. सर्च अभियान:
हम घर-घर जाकर घुसपैठियों की पहचान करेंगे। इसके लिए विशेष टीमें तैयार की जा रही हैं।
3. चिन्हित करना:
पहचाने गए घुसपैठियों को चिन्हित किया जाएगा।
4. डिपोर्ट करना:
अंत में, उन्हें राज्य से बाहर निकाला जाएगा।
अभियान की कार्य प्रणाली:
1. कार्यकर्ता चयन:
यह प्रक्रिया 1 जुलाई से चल रही है।
2. प्रशिक्षण:
पहला राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर 14-15 अगस्त को हुआ।
3. अपील:
घुसपैठियों को राज्य छोड़ने के लिए 10 दिनों का समय दिया जाएगा।
4. सर्च अभियान:
यह अभियान गुप्त रूप से शुरू होगा।
5. चिन्हित करना:
घुसपैठियों की पहचान की जाएगी।
6. डिपोर्ट करना:
इन्हें राज्य से बाहर निकाला जाएगा।
महाराष्ट्र क्यों ?
1. महाराष्ट्र देश में 21वें स्थान पर है जहाँ हिंदू जनसंख्या का अनुपात गिरता जा रहा है। 15 वर्षों में यह स्थिति 11वें से 21वें नंबर पर आ गई है।
2. मुंबई में मुस्लिम जनसंख्या 30% से अधिक हो गई है। अगर यह रुझान जारी रहा, तो अगले 10 वर्षों में मुंबई से हिंदू सांसद नहीं बचेंगे।
3. महाराष्ट्र में सबसे अधिक घुसपैठिए आते हैं, क्योंकि यहाँ रोज़गार के अवसर ज्यादा हैं।
4. राज्य में लगभग 80 लाख घुसपैठियों की संख्या है, जिनमें बांग्लादेशी, रोहिंग्या, पाकिस्तानी और अफ़ग़ानिस्तानी शामिल हैं।
5. महाराष्ट्र ने अतीत में इस्लामिक आक्रमणों को परास्त किया था, और अब समय आ गया है कि हम फिर से वही दृढ़ता दिखाएँ।
इस अभियान का नेतृत्व civil society of Maharashtra व सुरेश चव्हाणके जी कर रहे हैं, जो स्वयं महाराष्ट्र से हैं और घुसपैठियों के खिलाफ इस निर्णायक लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डोनेशन लिंक:
हमारे इस महत्त्वपूर्ण अभियान का हिस्सा बनने के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और अपना योगदान दें। आपका हर योगदान इस लड़ाई को और मजबूत बनाएगा।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट है www.JanataNRC.org
एवं हमारा वॉट्सऐप नंबर है 8750779955
जय हिंद!